आयुर्वेद बीमारियों को जड़ से करता है खत्म: पाण्डेय
– छिबांव गांव में आयोजित कार्यक्रम में बोले पद्मश्री
फोटो अतिथि को स्मृति चिन्ह सौंपते हुए
बांदा। वेदो में लम्बा जीवन जीने के लिए आयुर्वेद के नियमों का पालन करने के लिए निर्देश दिए है, भगवान धन्वन्तरि के आशीर्वाद से हमारे वैद्य पतंजलि ताथ। च्यवन ऋषि के माध्यम से अनेक ऐसे वृक्षों को रोपित किया है, जिनमें हजारो प्रकार के बीमारियों के निवारण के लिए औषधियां हैं। आयुर्वेद मृतक रिव्थति के व्यक्ति को भी जीवित करता है, ऐसे अनेक उदाएका इतिहास में विद्यमान है, यह विचार पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय ने छिवाव गाव में मेले की अध्यक्षता करते हुए कहीं। कहा कि प्रभु लक्ष्मण को जब शक्ति लगी तो सुखेन वैद्य ने संजीवनी बूटी के माध्यम से उपचार किया। इससे यह भी संदेश जाता है कि वैरा एंव अक्रर के बीच दो देशों के युद्धो के बीच भी निश्पक्ष रहते हैं एवं अपना फर्ज निभाते हैं। हमार तऋषि मुनियों ने सैकडो प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियो को खोजा है, हमारे किसान भाई भी अपने खेतो में अपने उपयोग के लिए ऑसियों को पैदा कर रहें हैं।
मुख्य अतिथि सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में आयुर्वेद आगे बढ़ रहा है। गांव-गांव, धर धर आयुर्वेद पहुंच रहा है आयुर्वेद दवा नहीं जीवन दर्शन है, जीने की राह आयुर्वेद सिखाता है। आगे भी आयुर्वेद मेलों का आयोजन किया जाएगा, ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। एसडीएम अतर्रा रावेंद्र ने कहा कि मायुर्वेद की औषधियों को बचाने के लिए हम सभी को आयुर्वेदिक औषधियों के वृक्षारोपण करने के लिए आगे आना चाहिए। युवा पीढ़ी परंपरागत आयुर्वेद तथा आपुर्तिया का अध्ययन अपने पुरखो से प्राप्त करें और सीखें। इस अवसर पर विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए परामर्श केड संत जागरूकता के लिए प्रदर्शनियों को लगाया गया। प्रो. हेमन्त कुमार राय प्रधानाचार्य रामायुः कसे यादो में सुझाव दिया कि स्वस्थ रहने के लिए प्रात काल उठकर आयुर्वेद के अनुसार दिनचर्या का पालन करते हुए योग से जीवन की शुरुआत करें। श्री अयोध्या सिंह पटेल बुन्देलखण्ड विकास वोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि आयुर्वेद महर्षि परक संव अन्य साथियों ने से प्राप्त औषधियों से रोगों का इलाज युगो-युगों से चला नशा से दूर रहने के लिए भी सुझाव दिया। जिला विकास अधिकारी दयाशंकर सिंह ने बताया 19 आयुर्वेद बीमारियों को जड़ से खत्म करता
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है।
