इस बार विद्वान संत भी राम लीला में निभा सकते हैं पात्रों के किरदार,

Share this post

अयोध्या

 इस बार विद्वान संत भी राम लीला में निभा सकते हैं पात्रों के किरदार,

इस बार विद्वान संत भी राम लीला में निभा सकते हैं पात्रों के किरदार,
इस बार विद्वान संत भी राम लीला में निभा सकते हैं पात्रों के किरदार,

संस्कार और आस्था चैनल पर भी होगा सजीव प्रसारण।

 राम नगरी अयोध्या की प्राचीन राम लीला समिति संत श्री तुलसी दास रामलीला न्यास द्वारा इस बार 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। उक्त जानकारी संत श्री तुलसी दास रामलीला न्यास समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी। संत श्री तुलसी दास रामलीला न्यास के कोषाध्यक्ष बड़ा भक्तमाल के महंत स्वामी अवधेश दास ने बताया कि इससे पूर्व पदाधिकारियों की बैठक में सभी विषयों पर चर्चा हुई है, जगतगुरु डॉo राघवाचार्य जी महराज के प्रस्ताव पर सभी ने मुहर लगाई और निर्णय लिया कि अयोध्या के विद्वान संत भी इस बार रामलीला में प्रत्येक दिन अलग अलग पात्रों में किरदार निभाएंगे। संपूर्ण लीला भगवान श्री राम के आदर्शों मर्यादा और संवाद को ध्यान में रखकर किया जाएगा। वहीं समिति के महामंत्री व संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा संजय दास ने बताया कि स्वामी श्री भगवदाचार्य स्मारक सदन में होने वाली भगवान राम के जीवन पर आधारित ये रामलीला एक प्राचीन लीला है और इसकी मर्यादा बनाए रखना हम सभी का धर्म है। इस बार संत श्री तुलसी दास रामलीला न्यास द्वारा देश के कोने कोने में मौजूद रामभक्तों को अयोध्या में आयोजित होने वाली इस रामलीला को आस्था और संस्कार चैनल पर सजीव प्रसारण कराया जाएगा जिससे सभी भक्त लीला का आनंद ले सकें। पत्रकार वार्ता के दौरान संतो ने प्रसाद में अपमानजनक चीज़ों में की गई मिलावट का विरोध किया और जो लोग भी इसमें शामिल हैं उन्हें कठोर सजा दिए जाने की मांग भी की है। इस दौरान हनुमानगढ़ी के वरिष्ट पुजारी बाबा हेमंत दास, रसिक पीठाधीश्वर स्वामी जन्मेजय शरण जी महाराज, नागा रामलखन दास, शिवम श्रीवास्तव मौजूद रहे।

B9News24
Author: B9News24

Leave a Comment

ख़ास ख़बरें

ताजातरीन