लोकेशन रायबरेली
मरीज से अभद्रता और बाहर से दवाइयां लिखने के नाम पर डीह सीएससी में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार
रायबरेली एक तरफ उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री लगातार अस्पतालों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कड़े निर्देश जारी करते हुए साफ तौर पर कहा है कि किसी भी प्रकार से मरीजों को दिक्कतें नहीं होनी चाहिए लेकिन रायबरेली में इसका असर देखने को बिल्कुल नहीं मिल रहा है। मामला रायबरेली के डीह सीएचसी का है। जहा आम जनमानस की बात तो अलग है लेकिन जब एक विकलांग अपनी पत्नी के साथ डीह सीएससी में दवा लेने जाता है तो उसे घंटो बाहर लाइन में खड़ा होना पड़ता है और जब डॉक्टर साहब आते हैं विकलांग से कहता है साहब अभी हमें दवाइयां नहीं मिली मैं विकलांग हूं तो डीह सीएससी के अधीक्षक साहब सत्यपाल सिंह विकलांग से कहते हैं लाइन में बैठ जाओ ज्यादा जल्दी मत करो। तो कहीं ना कहीं रायबरेली के डीह सीएससी में दवाइयां के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है क्योंकि करोड़ की बजट के साथ अस्पतालों से लेकर सीएससी में दवाइयां उपलब्ध कराई जाती है ताकि दवाइयां मरीज को अस्पताल से मुहैया कराई जा सके उसके बावजूद भी डीह सीएससी में दवाइयां अधीक्षक की मिली भगत से बाहर लिखी जाती है। वही इस पूरे मामले पर रायबरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है अब देखना है कि जिस तरह से अस्पतालों में भ्रष्टाचार अपने चरम स्तर पर है क्या उसे पर लगाम लगाने में कामयाब होंगे रायबरेली के सीएमओ। या फिर स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों को बट्टा लगाते रहेंगे जनपद में बैठे भ्रष्ट आलाधिकारी।







