लोकेशन रायबरेली
ग्रामवासियों ने प्रधान पर लगाया पूरे राई गौशाला में भ्रष्टाचार करने का आरोप
,प्रधान ने कहा लगाए गए सारे आरोप निराधार
रायबरेली उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद के समस्त गौशालाओं को लेकर एवं गौवंशों की देखभाल की समस्याओं का निदान करने के लिए समस्त आलाधिकारियों को उचित निर्देश देते हुए कहा कि इस भीषण गर्मी में गौशालाओं की व्यवस्था चाक चौबंद रखी जाए।समय-समय पर गोवंश की देखरेख के लिए डॉक्टरों की उपस्थिति अनिवार्य है साथ ही साथ उनके खान-पान का भी ध्यान देना अति आवश्यक है।लेकिन एक ऐसा ही मामला रायबरेली के नसीराबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत ब्लॉक छतोह ग्राम पूरे राई गौशाला का सामने आया है जहां ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गौशालाओं की व्यवस्था बद से बदतर है देखा जा रहा है की गौशाला में लगातार गोवंशों को भूख के अभाव में अपना दम तोड़ना पड़ रहा है। वहीं मृतक गोवंशों को दफनाने की जगह उन्हें खुली जगह में फेंका जा रहा है जिन्हें कुत्ते नोचते हुए वीडियो में साफ तौर पर देखे जा सकते हैं।लेकिन जब इस पूरे मामले पर ग्राम प्रधान राम समुज पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं मौके पर कई बार उच्च अधिकारी गौशाला की व्यवस्था को लेकर जांच करने आए लेकिन आज तक कोई भी कमियां देखने को नहीं मिली।हालांकि जो भी मेरे दायित्व को या मेरी छवि को या मेरी ग्राम की जनता को बदनाम करना चाहता है उसकी मैं निंदा करता हूं लेकिन आप गौशाला की व्यवस्था को देख सकते हैं।
वही प्रधान का कहना कि लगातार हरा चारा स्वच्छ पानी समय समय पर डॉक्टरों की मौजूदगी 7 से 8 गौशाला में मौजूद कर्मचारियों की मौजूदगी की जिनके तहत सभी की देखरेख में गौशाला का निरीक्षण किया जाता है ताकि कोई भी गोवंश इस भीषण गर्मी में भूख के अभाव में अपना दम ना तोड़े।हालांकि कुछ गोवंश हद से ज्यादा काफी बीमार थे जिनका डॉक्टर ने उपचार किया लेकिन समय किसी का इंतजार नहीं करता है ज्यादा बीमार होने के कारण गोवंश की मौत हो गई जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाकर जेसीबी के माध्यम से दफना दिया गया।लेकिन जिस तरह से मेरी छवि को धूमिल किया जा रहा है इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी और मौजूदा खंड विकास अधिकारी को संज्ञान लेना चाहिए और साथ ही साथ गौशाला का निरीक्षण भी करना अनिवार्य है। फिलहाल तमाम गंतव्य के तहत मौजूदा ग्राम प्रधान और ग्रामीणों से बात की गई। लेकिन सभी ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का प्रारूप जारी किया। मौजूदा ग्राम प्रधान का मानना मेरी विरोधी ने मेरे खिलाफ गलत आरोप लगाया है तो वहीं ग्रामीणों की माने तो आज तक ग्राम प्रधान ने गांव में एक भी समुचित कार्य नहीं किया।फिलहाल क्या सत्य है और क्या असत्य यह तो खबर प्रकाशित होने के बाद ही पता चलेगा।
