जनपद फतेहपुर
🔥 कवरेज में रोडा बनने वाले के खिलाफ कलमकारों ने खोला मोर्चा।
👉प्रेस की स्वतंत्रता का हनन हथगांव थाने में तैनात एस एस आई ने किया लोकतंत्र की हत्या।
👉 कवरेज के दौरान महिला पत्रकार से अभद्रता करने वाले दरोग़ा के खिलाफ अपर पुलिस अधीक्षक के माध्यम से पुलिस अधीक्षक को दिया ज्ञापन।
👉 पत्रकारों ने आरोपी दरोगा को निलंबित करने की मुख्य रुप से की मांग
👉अब होगी दरोगा और पत्रकारो की आर-पार अगर दरोगा के उपर नहीं हुई कार्रवाई तो सड़कों उतरेंगे हजारों पत्रकार
👉 विवादित दरोगा पुलिस अधीक्षक की साख पर लगा रहा बट्टा
👉 आखिर क्यों नहीं पड़ी अभी तक विवादित दरोगा पर पुलिस अधीक्षक की नजर
👉 आखिर क्यों विवादित दरोगा को बचाने में जुटा पुलिसिया अमला
👉पुलिसिया अमले की ऐसी क्या है मजबूरी विवादित दरोगा हो गया जरूरी*
👉क्या थाना अध्यक्ष हथगांव ने किया था पत्रकारों से झूठे व खोखले वादे
👉 महिला पत्रकार से अभद्रता में मामले स्थानीय पुलिस खेल रही है जांच जांच का खेल क्या लीपापोती करने के फिराक में है पुलिस
विगत 3 जून को हथगांव थाने में ईद उल अजहा के पर्व पर आयोजित पीस कमेटी की बैठक में कवरेज कर रही महिला पत्रकार से दरोगा के द्वारा अभद्रता किए जाने पर आक्रोशित पत्रकारों ने थाने के गेट पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया जिसमें लगभग आधा सैकड़ा पत्रकार बारिश भी धरने पर बैठे रहे थाना अध्यक्ष दुर्गेश प्रसाद गुप्ता के आश्वासन पर पत्रकारों ने धरना समाप्त किया परंतु उन्हें यह उम्मीद नहीं थी की एक थाना प्रभारी निरीक्षक के वादे भी खोखले निकलेंगे दूसरी तरफ पूरा का पूरा पुलिसिया अमला विवादित दरोगा को बचाने की फिराक में पूरी तरह जुट गया जब इसकी जानकारी पत्रकारों को होती है तो आज एक बार फिर से महिला पत्रकार से अभद्रता करने वाले दरोगा के खिलाफ लगभग एक सैकड़ा पत्रकार लाम बंद होकर तहसील परिसर में आयोजित समाधान दिवस में मौजूद अपर पुलिस अधीक्षक के माध्यम से पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन देते हुए पत्रकारों में सख्त लहजे में कहा कि अगर विवादित दरोगा के ऊपर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो मजबूरन सारे पत्रकारों को सड़क पर उतरने पर मजबूर होना पड़ेगा इसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ फतेहपुर पुलिस अधीक्षक होंगे बड़ा सवाल यह उठता है कि जहां एक तरफ पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर सभी जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को सख्त आदेश देते हैं कि अगर पत्रकारों के सम्मान में कोई ठेस किसी ने पहुंचने का प्रयास किया तो दोषी के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी परंतु अफसोस पुलिस महानिदेशक के आदेश शायद फतेहपुर पुलिस अधीक्षक के कानों तक अभी तक नहीं पहुंचे अगर पहुंचे भी है तो अगर महानिदेशक के आदेशों की धज्जियां इस कदर उड़ाई जा रही है कि पत्रकारों की स्वतंत्रता का हनन और महिला पत्रकार के साथ अभद्रता के आरोपी विवादित दरोगा ऊपर अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं हो पाई❓
*अब देखना यह है कि पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह के कानों तक कब पहुंचेगी पत्रकारों की आवाज और कब हो सकेगा महानिदेशक के आदेशों का पालन*
