लोकेशन रायबरेली
राजनीतिक और प्रशासनिक संवेदनाओं को झकझोरता मामला
रायबरेली की गौशाला में मवेशियों की मौतें, अधिकारी बने मूकदर्शक।
रायबरेली जनपद के विकासखंड सतांव अंतर्गत ग्राम पंचायत कृष्णापुर ताला स्थित गौशाला से अत्यंत पीड़ा दायक और चिंताजनक दृश्य सामने आ रहे हैं। गौशाला में मवेशियों की लगातार हो रही मौतें न सिर्फ पशुपालन व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं, बल्कि यह पूरे प्रशासनिक तंत्र की संवेदनहीनता को भी उजागर करती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गौशाला में रखी गईं गायों को न तो पर्याप्त चारा उपलब्ध है, न शुद्ध पानी और न ही धूप से बचाव के लिए छांव की व्यवस्था। तपती रेत पर तड़पती गायें दम तोड़ रही हैं, और उनके शवों को रिक्शा लोडर में बिना किसी मानवीय संवेदना के उठाकर फेंका जा रहा है।
विकास की परिभाषा में यदि निरीह पशुधन की इस प्रकार की उपेक्षा सम्मिलित है, तो यह न केवल शासन-प्रशासन के लिए चिंतन का विषय है, बल्कि सामाजिक चेतना के लिए भी एक गहरी चोट है।
